क्या कहूँ मैं ?
वो बात
जो
मैं कह न सका,
वो बात
जो
वो भूल गयी,
वो रात
जो
बीत गयी,
वो नींद
जो
खुल गयी,
वो आँखें
जो
दूर हुयी,
वो ज़ुल्फ़े
जो
बिखर गयी,
वो तस्वीर जो
मिट गयी,
वो सुबह
जो
शाम हुयी,
क्या कहूँ मैं ?
वो ख़ुशी
जो
ग़म हुयी,
वो दवा
जो
दर्द बनी,
वो शमा
जो
बुझ गयी,
वो हवा
जो
बह गयी,
वो बारिश
जो
चली गयी,
वो तितली
जो
उड़ गयी,
वो धड़कन
जो
रुक गयी,
क्या कहूँ मैं ?
~~~~नीरज माही
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