इच्छाओ को जब
दबा दिया जाए
तो
हंसी कैसे आएगी ?
स्वतंत्रता जब
छीन ली जाए
लिंग के आधार पर
तो
हंसी कैसे आएगी ?
सपने जब
टूट जाए सारे ,
आशाएं जब
धूमिल हो जाए
तो
हंसी कैसे आएगी ?
मंजिल की और
बढ़ने वाले कदमों को जब
बढ़ने से पहले ही
काट दिया जाए
तो
हंसी कैसे आएगी ?
इमारत जब
बनने से पहले ही
ढहा दी जाए
और
उसमे निर्मित ख़्वाबो
का जब
क़त्ल कर दिया जाए
तो
हंसी कैसे आएगी ?
कुछ करने के जुनून
का जब
पितृसत्तात्मक समाज द्वारा
गला घोंट दिया जाए ,
परम्परा से हटकर
लिए गए फैसले को जब
पैरों तले रौंद दिया जाए
तो
हंसी कैसे आएगी ?
द्वारा - नीरज 'थिंकर'
दबा दिया जाए
तो
हंसी कैसे आएगी ?
स्वतंत्रता जब
छीन ली जाए
लिंग के आधार पर
तो
हंसी कैसे आएगी ?
सपने जब
टूट जाए सारे ,
आशाएं जब
धूमिल हो जाए
तो
हंसी कैसे आएगी ?
मंजिल की और
बढ़ने वाले कदमों को जब
बढ़ने से पहले ही
काट दिया जाए
तो
हंसी कैसे आएगी ?
इमारत जब
बनने से पहले ही
ढहा दी जाए
और
उसमे निर्मित ख़्वाबो
का जब
क़त्ल कर दिया जाए
तो
हंसी कैसे आएगी ?
कुछ करने के जुनून
का जब
पितृसत्तात्मक समाज द्वारा
गला घोंट दिया जाए ,
परम्परा से हटकर
लिए गए फैसले को जब
पैरों तले रौंद दिया जाए
तो
हंसी कैसे आएगी ?
द्वारा - नीरज 'थिंकर'
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