Saturday, 20 July 2024

मेरे हिस्से का चाँद

एक चाँद आसमाँ में 

बादलों की ओट में 

कहीं छुप गया है, 

दूसरा चाँद जिससे

मुझें प्यार है 

वो मुझसे रूठ गया है, 

आसमान वाला चाँद 

भले ही ना दिखे 

पर

मेरे हिस्से के चाँद का 

दीदार मुझे करवा दो, 

मेरा चाँद मुझको लौटा दो, 

आसमाँ के चाँद की 

ख़्वाहिश नहीं मुझको

न ही उसको पाने की  

आरज़ू है, 

बस इतनी-सी तमन्ना है 

मेरा चाँद मेरे पास रहे 

और मैं जीवन भर 

आसमाँ के चाँद को 

ठेंगा दिखा कर मुस्कुराता रहूँ ।।

 —नीरज माही

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