Saturday 20 July 2024

जाना होगा दोस्त

ऐ दोस्त अब मुझे जाना होगा 

बहुत-से सुनहरे पल बितायें है

संग तेरे इस शहर में 

मगर ऐ दोस्त 

अब वक़्त आ चला है 

मुझे जाना होगा, 

बिछुड़ने का ग़म तो 

बहुत है मगर 

दूसरा शहर इंतज़ार में खड़ा है, 

कुछ दोस्त उस शहर में 

भी बनाने 

ऐ दोस्त अब मुझे जाना होगा, 

शहर बदलने का सिलसिला 

यूहीं चलता रहेगा 

मगर 

तुझ-से दोस्तों की पूँजी 

भी यूहीं फलती और 

बढ़ती रहेगी संग-संग, 

ऐ दोस्त अब मुझे जाना होगा

--- नीरज माही

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