Monday 27 April 2020

जब लॉकडाउन खत्म हो जायेगा

जब
लॉकडाउन खत्म हो जायेगा
और
सब कुछ
शने:शने: से ठीक हो जायेगा
तब
मैं तुमसे फिर मिलूंगा
उसी पुराने बाग़ में
जहाँ
हम पहली दफ़ा मिले थे
बारिश में भीगे थे
माली की डांट सुनकर
भागे भी थे,
हम फिर चलेंगे उसी सिनेमाघर में
जहाँ
हमने साथ में पहली बार
फ़िल्म देखी थी,
हम फिर से रात के अँधेरे में
उजाला फैलाने साथ चलेंगे
हर ग़म को हम उस रात में
बाँट चलेंगे,
हम फिर जाएंगे उस नदी के किनारे
और बुन आएंगे ख्वाब
जो पिछली दफ़ा रह गए थे
आधे-अधूरे,
जब
सब कुछ सामान्य हो जायेगा
तब
मैं फिर आऊंगा
तुम्हारे संग कहीं दूर चलने के लिए
एक नयी उड़ान भरने के लिए !!

द्वारा -नीरज 'थिंकर'


 

1 comment:

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