आँखों से आँसूओ
का आना ही तो
रोना नहीं होता
है ना !
गले का रूँध जाना
और
आँखों का भर
आना भी तो
शरीर का रोना
होता है ना !
बात करते हुए
लड़खड़ाना,
शब्दों को जोड़
वाक्य का रूप
न दे पाना ,
ख़ुशी में चाहते
हुए भी
उल्लासित न हो पाना
भी तो
रोना होता है ना !
द्वारा - नीरज 'थिंकर'
का आना ही तो
रोना नहीं होता
है ना !
गले का रूँध जाना
और
आँखों का भर
आना भी तो
शरीर का रोना
होता है ना !
बात करते हुए
लड़खड़ाना,
शब्दों को जोड़
वाक्य का रूप
न दे पाना ,
ख़ुशी में चाहते
हुए भी
उल्लासित न हो पाना
भी तो
रोना होता है ना !
द्वारा - नीरज 'थिंकर'
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