जीवन के यथार्थ को
ख़ाली पनो पर
उकेरता एक कलाकार,
उसकी उकेरी हुयी
तस्वीरों को देख
हर कोई
एक गहरी सोच में डूब
सोचने पर मजबूर
हो जाता है,
कलाकार हर रोज़
इसी तरह
नए चित्र बनाता है
और
सबक़ों द्वन्द में डाल
नए चित्रों की खोज में
नयी राह पर
निकल पड़ता है !!
द्वारा - नीरज 'थिंकर'
ख़ाली पनो पर
उकेरता एक कलाकार,
उसकी उकेरी हुयी
तस्वीरों को देख
हर कोई
एक गहरी सोच में डूब
सोचने पर मजबूर
हो जाता है,
कलाकार हर रोज़
इसी तरह
नए चित्र बनाता है
और
सबक़ों द्वन्द में डाल
नए चित्रों की खोज में
नयी राह पर
निकल पड़ता है !!
द्वारा - नीरज 'थिंकर'
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