Sunday 5 April 2020

मरते क्यों हो तुम ?

मरते क्यों हो तुम 
इतने जल्दी डरते 
क्यों हो तुम ?
मर कर तुम 
अमर हो जाओगे 
यह सोच कर 
मरते हो ?
या 
मर कर तुम्हे 
न्याय मिल जायेगा 
इसलियें 
मरते हो तुम ?
तब तुम 
गलत सोचते हो 
मरने पर 
बहुत जल्द 
भुला दिए जाओगे तुम,
मरना किसी चीज़ का 
हल तो नहीं है,
कुछ करना है 
यह सोच कर जियों तुम ,
इतनी जल्दी हार मान ले 
कैसे पुत्र हो तुम 
बाबा साहेब के ???

द्वारा- नीरज 'थिंकर' 

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