मरते क्यों हो तुम
इतने जल्दी डरते
क्यों हो तुम ?
मर कर तुम
अमर हो जाओगे
यह सोच कर
मरते हो ?
या
मर कर तुम्हे
न्याय मिल जायेगा
इसलियें
मरते हो तुम ?
तब तुम
गलत सोचते हो
मरने पर
बहुत जल्द
भुला दिए जाओगे तुम,
मरना किसी चीज़ का
हल तो नहीं है,
कुछ करना है
यह सोच कर जियों तुम ,
इतनी जल्दी हार मान ले
कैसे पुत्र हो तुम
बाबा साहेब के ???
द्वारा- नीरज 'थिंकर'
इतने जल्दी डरते
क्यों हो तुम ?
मर कर तुम
अमर हो जाओगे
यह सोच कर
मरते हो ?
या
मर कर तुम्हे
न्याय मिल जायेगा
इसलियें
मरते हो तुम ?
तब तुम
गलत सोचते हो
मरने पर
बहुत जल्द
भुला दिए जाओगे तुम,
मरना किसी चीज़ का
हल तो नहीं है,
कुछ करना है
यह सोच कर जियों तुम ,
इतनी जल्दी हार मान ले
कैसे पुत्र हो तुम
बाबा साहेब के ???
द्वारा- नीरज 'थिंकर'
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